What I think? I will let you know here.. Listen to the voices from my heart
Wednesday, December 29, 2021
काले के गर्भ भी छुपा प्रकाश
Saturday, December 25, 2021
पान : देश का सांस्कृतिक नक्शा
देश का नक्शा सिर्फ वो नहीं है जो कागज़ पर उकेरा जाय। सबसे बढ़िया नक्शा तो पान के एक पत्ते पर उकेरा जाता है। पान का पत्ता मगही वाला हो तो मगध क्षेत्र को दिखाता है। उसमें पड़ने वाला कत्था हिमाचल के जंगलों को दिखाती है। चूना राजस्थान का प्रतिनिधित्व करता है। उसकी गुलकंद महाराष्ट्र से आती है। लौंग और इलायची केरल की पहाड़ियों से आती है। केसर कश्मीर से आती है। सुपारी तटीय ओडिशा, आंध्र का स्वाद लेकर आती है। सुगंधित जर्दा अवध क्षेत्र को इंगित करता है। पान में पड़ने वाला किमाम गुजरात से आता है। तो पान को मोड़ने की कला बनारस को दिखाती है । पान की डंठल पर लगा चूना मानो अंडमान की तरह मुख्य नक्शे से थोड़ा अलग होकर भी नक्शे का अभिन्न अंग बन जाता है। और पान को खाने के बाद तो लाली छाती है वो मेघालय और मणिपुर की किसी नवयुवती के धूप पड़ने से हुए सुर्ख रुखसार को दिखाती है।
भारत के नक्शे को पान के एक बीड़े के बेहतर मीठे अंदाज में और कोई बयां नहीं कर सकता। कागजी नक्शा या तो राजनीतिक होता है या भौतिक। लेकिन भारत के सांस्कृतिक नक्शे को पान के एक पत्ते पर ही उकेरा जा सकता है। पूरे भारत का स्वाद सबसे आसानी से आपको एक पान ही दे सकता है।
Friday, December 24, 2021
मेरे गांव की यह सड़क
Thursday, December 16, 2021
फोन और रिश्ते
the real glorious moment
Sunday, December 12, 2021
हरि अनंत हरि कथा अनंता
Saturday, December 11, 2021
न्यूज चैनल्स से कुछ शिकायतें
Friday, December 10, 2021
जनरल रावत की शहादत
बच्चे की जान लोगे क्या?
अब क्या जान दे दूं?
जान से बढ़कर थोड़े ना है!
जान लगा दूंगा इसके लिए।
जान है तो जहान है।
थोड़ा शांत रहो।किसकी जान निकली जा रही है?
कुछ भी करो पर जान बचा लो।
जान बची तो लाखों पाए।
जान देकर भी कर्ज ना चुका पाऊंगा।
यह मुहावरों की अधूरी सूची सिर्फ इस लिए ताकि आप जान की कीमत का एक अंदाजा लगा सकें। और शायद बिपिन रावत और उनके साथी सैनिकों के बलिदान की कीमत समझ पाएं।
#NeverForget
Wednesday, December 8, 2021
dogs deserve better
Sunday, December 5, 2021
Security suggestions for VicKat wedding
A Dead horse and MBA
Saturday, December 4, 2021
टकराना और प्यार
जोखिम जाने बिना निवेश जुए के बराबर
Thursday, December 2, 2021
आप कतार में हैं
Sunday, November 28, 2021
टेंपू की पिछली सीट के सुख की क्षणभंगुर माया
Friday, November 26, 2021
Fly doves but feed hawks too
Thursday, November 18, 2021
हिंदू ना होने की दुविधा
Tuesday, November 16, 2021
चोर और उससे जुड़े अन्य विशेषण
Wednesday, November 10, 2021
छठ का महापर्व
Saturday, October 9, 2021
संतुलन की खोज
Tuesday, October 5, 2021
लाल बहादुर बनने की जगह पढ़ाई पर ध्यान दें
Saturday, October 2, 2021
बड़े अच्छे लगते हैं।
चरखा और आज़ादी
Monday, September 27, 2021
MSP की कानूनी गारंटी के नाम पर अराजकता
Friday, September 24, 2021
सबसे ऊंची सीढ़ी का सबसे ऊपर का पायदान
Saturday, September 18, 2021
भर जाने का भाव और स्लीपर क्लास
Friday, September 17, 2021
याद रखियेगा कि कोई था
Wednesday, September 15, 2021
बदलता वक्त और उसके साथ बदलना
Monday, September 13, 2021
कुछ खास है हिंदी में
Friday, September 10, 2021
Oracle Neo ko kya batati hai?
Thursday, September 9, 2021
Be like Ganesh..
Wednesday, September 8, 2021
Working from home is not that pleasant as it sounds
Saturday, September 4, 2021
वो शिक्षक जिसे शायद आप शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं नहीं देते
सामान्यतः शिक्षक शब्द सुन कर मन में आदर सम्मान और अनुग्रह का भाव आता है। इसीलिए शिक्षक दिवस के अवसर पर गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु जैसे मैसेज से सोशल मीडिया भर सा जाता है। लेकिन क्या आपका शिक्षक हमेशा वैसा ही होता है जिसका स्मरण कर आपके मन में आदर और सम्मान का भाव प्रकट हो। थोड़ी पड़ताल करते हैं।
शिक्षक का अर्थ होता है शिक्षा देने वाला। शिक्षा तत्सम शब्द है जिसका तद्भव रूप है सीख।अब अगर शिक्षक शब्द को स्कूलों में मिलने वाली औपचारिक शिक्षा और घर परिवार में मां द्वारा दी जाने वाली प्रारंभिक शिक्षा तक सीमित रखा जाय तो शायद शिक्षक का कमोबेश वही रुप आपके मन में आएगा जो शिक्षक दिवस पर हर तरफ छाया रहता है। एक निस्वार्थ ज्ञानी जो आपको हमेशा अंधेरे से उजाले और अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाता है। लेकिन शायद यह शिक्षा का धनात्मक रूप है, सीख देने का एक दूसरा रूप है जो ऋणात्मक है। ऐसी सीख आपको ऐसा व्यक्ति देता है जो आपके उत्साह को निराशा में बदलने को आतुर हो, आपको अज्ञान के अंधेरे में धकेलने के लिए अपनी शक्ति लगा दे और जिसे आपका अहित देख कर संतोष मिलता हो। यह सही है कि वो व्यक्ति जो आपका उत्साहवर्धन करे , आपको अपनी क्षमताओं का विश्वास करने को कहे, उसे आप अपना शिक्षक कहते हैं, अपना गुरु मानते हैं, लेकिन आपकी सफलता में उन लोगों का योगदान भी कम नहीं है जिन्होंने आपको दुत्कारा, आपको नीचा दिखाया और आपकी क्षमताओं का सरेआम मजाक उड़ाया। ऐसी परिस्थितियों में आपमें सामने वाले को गलत प्रमाणित करके का जो जोश जगता है वो उत्साहवर्धन करने वाले शिक्षक के कमतर नहीं होता। इतिहास गवाह है कि ऐसे अवसरों पर अपमानित होने के बाद मानवों ने ऐसे ऐसे कार्य कर दिखाए हैं जो उनके आशीर्वचन देने वाले शिक्षकों की प्रेरणा से संभव नहीं थे। बहुधा अंदर की आग जलाने में एक कड़वा वचन या दुत्कार या अपमान जनक बात एक भोले आशीर्वचन से ज्यादा कारगर होती है।
अगर मैं कहूं कि चाणक्य को मौर्य वंश की स्थापना करने को उत्प्रेरित करने में धनानंद की जितनी भूमिका थी उतनी उसके गुरुओं की नहीं थी, तो शायद अनुचित न होगा। व्हाट्सएप के संस्थापक को फेसबुक में नौकरी तक न मिलने से जो प्रेरणा मिली होगी वो वाह वाह करने वाले उनकी मित्र मंडली से शायद ही मिल सकती थी। शायद यही कारण थी कि मरणासन्न रावण से शिक्षा लेने को भगवान राम ने लक्ष्मण को भेजा। अगर कारगिल युद्ध के समय अमेरिका अगर अपने जीपीएस सिस्टम का प्रयोग करने से हमें माना नहीं करता तोनाज नाविक के रूप में हमारे पास हमारा अपना और जीपीएस से बेहतर नेविगेशन सिस्टम ना होता। मेरे एक मित्र ने अपना आम का एक पूरा बागीचा लगा लिया क्योंकि उनके एक रिश्तेदार ने बचपन में उनसे बागीचे में चुने हुए आम छीन लिए थे।
सीख देने वाला अगर शिक्षक है तो जीवन की पाठशाला में शिक्षक के अनेक रूप हैं। हर वो व्यक्ति जिसने आपकी क्षमताओं पर शक किया, आपको दुत्कारा, आपके सपनों का मजाक उड़ाया और आपसे यह कहा कि तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता, आपका शिक्षक है। आपकी बातों में गलतियां निकाल कर आपको नीचा दिखाने वाला आपको सबसे ज्यादा सीख दे सकता है। शायद आपका सबसे बड़ा शत्रु आपका सबसे बड़ा शिक्षक हो सकता है।
शिक्षक दिवस पर अपने दोनो प्रकार के शिक्षकों के योगदान को याद करें और अपनी कृतज्ञता व्यक्त करें। ऋणात्मक शिक्षकों को अपनी उपलब्धियां दिखाने का जो सुख है उसकी मिसाल दुनिया में कम ही है।
उपहास और आशीर्वाद देने वाले मेरे सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।