Saturday, December 4, 2021

टकराना और प्यार

फिल्मों में दिखाते हैं कि एक कुंवारा लड़का और एक कुंवारी लड़की टकरा जाते हैं। लड़की के हाथ से किताबें, फूल, कागज गिर कर बिखर जाते हैं। लड़का समेटने में उसकी मदद करता है और दोनो एक दूसरे की आंखों में देखते हैं। पीछे वायलिन बजने लगता है और एक मिनट में प्यार हो जाता है। ~ यह है काल्पनिक दुनिया का प्यार।
असल जिंदगी में घर पर अगर पति पत्नी टकरा जाएं और बीवी के हाथ से ऊन का गोला, आटे का बर्तन, फोन या कचरे का डब्बा ही गिर कर बिखर जाय, तो पति अपनी पत्नी की क्या,  किसी की मदद के लायक नहीं रहता। पति की आंखें बंद हो जाती हैं लेकिन अपने कानों को कौन बंद सकता है। आगे पीछे ऊपर नीचे हर तरफ से वीर रस और वीभत्स रस के शब्द बाणों की बारिश होने लगती है जिसमें करुण रस में पहले से डूबा पति जलसमाधि ले लेता है। यह सब एक मिनट में हो जाता है। ~ यह है वास्तविक जीवन की हकीकत।

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