Friday, December 10, 2021

जनरल रावत की शहादत

बच्चे की जान लोगे क्या?
अब क्या जान दे दूं?
जान से बढ़कर थोड़े ना है!
जान लगा दूंगा इसके लिए।
जान है तो जहान है।
थोड़ा शांत रहो।किसकी जान निकली जा रही है?
कुछ भी करो पर जान बचा लो।
जान बची तो लाखों पाए।
जान देकर भी कर्ज ना चुका पाऊंगा।

यह मुहावरों की अधूरी सूची सिर्फ इस लिए ताकि आप जान की कीमत का एक अंदाजा लगा सकें। और शायद बिपिन रावत और उनके साथी सैनिकों के बलिदान की कीमत समझ पाएं।
#NeverForget

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