पकड़ा गया चोर दुनिया का सबसे दयनीय इंसान है। उसके चेहरे पर जो भाव आते हैं उसी भाव से एक विशेषण बनता है चोट्टा। चोट्टा मतलब जो देखने में ही पकड़ा गया चोर टाइप दिखे। कहीं जा रहा हो तो लगे कि चोरी करने जा रहा हो। दूसरों के सामान को ऐसे निहारे जैसे उड़ाने की योजना बना रहा हो। चोट्टा चोर जैसा दिखता है , उसका व्यवहार चोर जैसा होता है लेकिन कोई जरूरी नहीं कि वो चोर ही हो। सामान्यतः चोर कुछ चोरियां करने के बाद पकड़ा जाता है, पकड़े जाने के बाद अपने पिछले गुनाह कबूल करता है। अपनी चोरी के कारनामों और नए नवेले तरीकों की वजह से कुछ वाहवाही भी पाता है, चोट्टा ऐसा कुछ नहीं कर पाता। बेचारा सिर्फ गाली खाता है, लेकिन चोर बनने के बाद जो फायदे होते हैं उनसे वंचित रहता है।
चोट्टा से नीचे भी एक कैटेगरी है। उसको चोरकट कहते हैं। अब चोरकट वो है जो चोर बनने के कोशिश करे लेकिन हर बार पकड़ा जाय। चोट्टा जैसी शक्ल लेकर घूमता फिरे और यह सोचे कि लोग उसको न चोर समझें और न चोट्टा कहें। ऐसे वेवकूफों को ही चोरकट कहा जाता है जो चोरी पकड़े जाने पर भी अपनी सफाई देते रहें और समझें कि सारी दुनिया तो बस उसकी सफाई सुनते ही कहेगी कि बेटा तुम चोर नहीं हो सकते। चोट्टा सब ही है जो तुमको चोर कहता है। बताओ इतना बड़ा आदमी हो तुम, चोर कैसे होगे।
तो बात ये है कि हर चोरकट चोरी करना चाहता है लेकिन पकड़ा कर चोट्टा वाली शकल बनाकर अपने आप को चोर घोषित होने से बचाने से कोशिश करता है। पर चोरी वाले धंधे में यही तो दिक्कत है कि कब बुरा वक्त आ जाए पता ही नहीं चलता। चाहे पांच करोड़ की घड़ी पहन लो, चोर को चोट्टा बन कर चोरकट वाली हरकत आज ना कल करनी ही पड़ती है।
No comments:
Post a Comment