पुराने मोबाइल फोन की तरह,
जल्दी टूटते नहीं थे।
हाथों से गिर जाए तो
भले ही खुल जाता था,
मोबाइल का कवर
और बिखर जाती थी बैटरी,
निकल जाता था सिम
लेकिन एक क्षण में
वापस से जुड़ भी जाता था।
और फिर से काम करने लगता था फोन
जैसे कुछ हुआ ही ना हो।
जैसे कुछ टूटा ही ना हो।
आज के फोन अगर
हाथों से गिर जाए
तो तुरंत आ जाती है दरार,
कुछ भी दिखना बंद हो जाता है,
भले ही अंदर बैटरी हो दुरुस्त,
और ना कोई शिकायत न हो सिम में।
लेकिन अब टूटे फोन का कोई इलाज नहीं,
उसको जोड़ने का कोई उपाय नहीं।
अब नहीं हो पाएगी इससे कोई बात,
कह कर छुड़ा लेते हैं दामन सब।
सब ले लेते हैं एक नया फोन।
एक चोट नहीं सह पाता
एक बार गिरने के बाद
उठता नहीं नया फोन।
पुराना फोन नहीं था उतना बातूनी
नहीं रख पाता था याद,
पचास से ज्यादा लोगों के नाम
ना ही याद रख पाता था ।
पंद्रह से ज्यादा पुराने संदेश।
पिछली यादों और ढेर सारे दोस्तों
का बोझा नहीं था उसके सर।
जीता था वर्तमान में भुलाकर पिछली बातें।
इसलिए शायद भूल जाता था
अपनी चोट को,
अपने गिरने को भुला कर,
वापस से बातें करने लगता था।
नया फोन है बहुत बातूनी,
बना सकता है हजारों दोस्त,
याद रखता है नए पुराने सारे संदेश,
अपने अतीत से बाहर नहीं आ पाता।
हर पुरानी रंजिश याद रहती है इसे।
किसी बड़े से तहखाने में छुपाए रखता है,
सारे गम सारे राज सारे दर्द,
इसीलिए नहीं सह पाता
गिरने का दर्द।
बिना टूटे बिखर जाता है,
बिना बिखरे टूट जाता है,
कुव्वत नहीं बची एक दरार तक सहने की
नए फोन में।
पुराना फोन करता जब किसी से बातें
तो करता पूरे दिल से बातें ,
जब अपने पालतू सांप से खेलता
तो पूरा ध्यान अपने सांप पर ही रखता,
नया फोन एक साथ ही कर सकता है
बातें करना और गेम खेलना।
समझ नहीं आता कि बातें हो रही हैं
या गेम चल रहा है।
पुराना फोन था साधारण
बेवकूफ सा
जो अंदर वो ही बाहर।
नया फोन रख सकता है
एक साथ दो दो सिम ।
बिना सिम के भी चल लेता है!
पता नहीं चलता फोन देख कर,
कि कौन सा वाला नंबर
बात कर रहा है।
पुराना फोन हमेशा एक ही
नंबर रखता था अंदर,
दुहराव नहीं था उसके अंदर,
इसीलिए शायद मजबूत था
अंदर से।
झेल सकता था झटके
चोट और बेतहाशा खरोचों को।
नया फोन शायद
जानता भी नहीं खुद को
इसीलिए नहीं समेट पाता ।
एक हल्की सी दरार,
और पड़ा पाता है खुद को
कचरे के अंबार में,
जहां उसके साथ पड़े होते हैं
कई और नए फोन।
कुछ तो ऐसे जिनमें दरार तक नहीं,
पर जिन्हें नकार दिया गया
क्योंकि उनसे भी नया फोन
आ गया था बाजार में।
और पुराने फोन तो चल लेते थे
रबर से बंध कर भी
टूटे शीशे के साथ
घिसे कीपैड के साथ
और मुंह फुलाए फूफा
जैसे बैटरी के साथ भी।
नए रिश्ते हैं नए फोन सरीखे
डिस्प्ले बड़ा लेकिन बैटरी बैकअप कम है
महंगे हों भले पर कीमती कम है।
शायद पुराना फोन बताता है
हमें कि हमेशा अच्छी नहीं होती,
ज्यादा बेहतरी और बेहिसाब उपयोगिता।
कुछ चीज़ें पुरानी ही अच्छी हैं,
कम बेहतर होकर ही लाजवाब हैं,
कम उपयोगी होकर भी ज्यादा अजीज हैं।
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