सुबह से संवार रहा है गुलदाऊदी
गुलाब और बेला की क्यारियों को
खुरपी से ढीली कर रहा है मिट्टी
गेंदा हरसिंगार और अरहुल के गमलों की
बढ़ गई है दूब और थोड़ी जम गई है काई
संवारना है उनको भी साहब के जगने से पहले।
अंदर किचन में कामवाली धो रही है बर्तन
कि आज कुछ ज्यादा ही हैं
रात के जूठे बर्तन और जूठे गिलास
कल साहब के कई दोस्त आए थे
साहब की दावत पर।
और काम वाली की बारह साल की बेटी
झाड़ रही है धूल खिड़कियों से
और पोंछ रही है शीशे रोशनदान के।
और जल्दी जल्दी हाथ चला रहा है रसोइया
सुबह का इंग्लिश ब्रेकफास्ट बनाने के लिए
हाफ फ्राय एग टोस्ट और आधी उबली ब्रोकली
और उसके साथ लगाना है
दूध का एक गिलास भरा
और साथ में सजा कर देना है
रात में भिगोए बादाम
किशमिश और घी में भूने मखाने ।
बाहर लॉन में घर का पुराना नौकर
लगा चुका है कुर्सियां और टेबल
करीने से रख रहा है आज का अखबार
और अपने कंधे पर रखे गमछे से
चमका रहा है शीशे की तरह
कुर्सी के हत्थे और टेबल की पायों को।
सारी तैयारियां हो चुकी हैं
साहब के उठने से पहले
सारे नौकर हैं मुस्तैद
कि साहब आज छुट्टी पर हैं।
भला नौकरों को क्या पता कि
आज छुट्टी है मजदूर दिवस की ।।