Saturday, October 21, 2023

सर्व सिद्धि दात्री दुर्गा पूजा

दुर्गा पूजा तो सबके लिए है और दुर्गा पूजा में सबके लिए कुछ न कुछ है। दुर्गा पूजा उनके लिए है जो सारा बाजार खंगाल कर अपने लिए नए नए कपड़े खरीदते हैं और रोज रोज नए वस्त्र धारण करते हैं। और दुर्गा पूजा उनके लिए भी है जो एक अधोवस्त्र पहनकर अपनी छाती पर कलश स्थापना कर नौ दिन का कठिन तप करते हैं। मां का आर्शीवाद उनके लिए भी है जो प्रत्येक दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं और उनके लिए भी है जो मां को बिदाई देने के समय डीजे की तेज धुन पर बस पूरे रास्ते नाचते हैं। शारदीय उत्सव जितना फलाहार पर रहने वालों का है उतना ही प्रत्येक दिन नए नए व्यंजन खाने के लिए रेस्टोरेंट्स जाने वालों का है। नवरात्रि पर उनको भी उतनी ही प्रसन्नता मिलती है जो शहर में स्थापित हर प्रतिमा का दर्शन कर लेना चाहते हैं और उनका भी जिनका झुकाव केवल पंडाल की जगमग रोशनी और कलात्मक सौंदर्य से है। यहां तक कि मां दुर्गा का आशीर्वाद तो उनके लिए भी है जिन्हे न पंडाल देखना और ना दुर्गा प्रतिमा, उन्हें तो बस मेले में लगे झूले, मौत का कुंआ और पापड़ी चाट के ठेले पर भीड़ लगानी है।

दुर्गा पूजा मूर्ति बनाने वाले कुम्हार के लिए है तो नवरात्रि का पाठ करने वाले ब्राह्मण के लिए भी। दुर्गा पूजा मेले में मिठाई की दुकान लगाने वाले हलवाई की है और सजे धजे बाजार में कपड़े की दुकान पर बैठे बनिए की भी है। इस पर्व में पान बेचने वाला पनवाड़ी भी उतना ही शामिल है जितना ढाक की ताल देने वाला ढाक वाला। यह दोनो हाथों में धूपची लेकर नृत्य करते पुरुषों का भी है और सिंदुरखेला करती महिलाओं का भी। यह नवमी को पूजी जाने वाली शक्ति स्वरूपा बच्चियों के लिए भी है और उनके साथ पंगत में बैठ कर खाने वाले उनके छोटे बालक भाइयों के लिए भी है। दुर्गा पूजा नारीवाद का उत्सव है और जननी का महोत्सव है।

यह मां की प्रतिमा को साष्टांग करते भक्तों का भी है और मां की प्रतिमा के साथ सेल्फी लेते gen Z की पीढ़ी का भी है। कोलकाता भी गलियों में गूंजते शंखध्वनि की आवाज के बीच भी दुर्गा पूजा है और न्यू जर्सी में बंगाली एसोसिशन द्वारा सात समंदर पार भी पूजोर आनंद भरपूर है। 

साल भर नौकरी की चक्की में पिसने के बाद परिवार के साथ एक सप्ताह भर भक्ति, उल्लास के बीच गुनगुनाती ठंड के मौसम में समय व्यतीत करना , अगर यह मां का आशीर्वाद नहीं है तो और क्या है। शारदीय पर्व सबका है, सर्व समावेशी है, सर्व रस से सिक्त है और मां के नाम की तरह सर्व सिद्धिदात्री है।

मां आप सबका कल्याण करे। दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं।।

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