Friday, October 13, 2023

दुख निवारण का जंतर

मैं आपको एक जंतर देता हूं। जब भी किसी समस्या में घिरे हों , परेशान हों, तो इस जंतर का प्रयोग करके देखें। जब भी अपनी समस्याओं से इतने परेशान हों कि कोई उपाय नहीं दिख रहा हो तो और एक अत्यंत सरल समाधान है। आप अपनी समस्या की जगह
दूसरों की समस्या के बारे में सोचना शुरू कर दीजिए।

जैसे मान लीजिए आप खुद शुगर बीपी मोटापे से परेशान हैं, ना सुबह टहलने का कार्यक्रम शुरू हो पा रहा है और न रात में पुलाव और मटन के कंठ तक भर कर भोजन करने का कार्यक्रम रुक पा रहा है। अब क्या करें, आसान है.. आप अपना ध्यान इस चीज पर केंद्रित करिए कि शुभमन गिल का डेंगू कब ठीक होगा, ऋषभ पंत अगला आईपीएल खेलेगा कि नहीं, करीना कपूर का स्वास्थ्य उसके तीसरे बच्चे के लिए उपयुक्त है या नहीं। फिर अपने आप को यह कह कर मना लें कि अब मेरी औकात तो है नहीं कि मोदी जी की तरह बीस हजार रुपए किलो वाले मशरूम खा सकूं, या विराट कोहली की तरह ब्लैक वाटर की बॉटल खरीद सकूं, फिर तो मेरा मोटा होना और थोड़ा बहुत शुगर ऊपर नीचे होना बिलकुल जायज है।
मान लीजिए कि आपकी बगल वाली पड़ोसन से तो बनती है लेकिन पड़ोसी से नहीं बनती। पड़ोसी रोज आपके घर के आगे अपना कचरा डाल जाता है और आपका अखबार उठा ले जाता है। रात को जब आप सोने को जाते हैं तो पड़ोसी को राग गर्धब का रियाज करना होता है और सुबह जब ऑफिस जल्दी निकलना हो तो आपकी कार के आगे उसके कार खड़ी रहती है। कुछ कहा भी नहीं जाता क्योंकि पड़ोसी सोसाइटी का अध्यक्ष है। ऐसे में आप इस समस्या को छोड़ कर गाजा पट्टी और अल अक्सा मस्जिद के बारे में सोचना शुरू कर दें। पड़ोसी के बारे में सोचने के बदले हमास और मोसाद के बारे में सोचें। सोचें कि मेरा तो सिर्फ अखबार जा रहा है, वहां किसी की जमीन जा रही है। मेरे यहां तो दुश्मन सिर्फ कचरा डाल रहा है , उधर तो रॉकेट और रॉकेट डाले जा रहे हैं। हमास और मोसाद से जी भर जाए तो चीन और ताइवान के बारे में सोचना शुरू कर दें। बस हो गई आपकी समस्या छू मंतर।


गर्लफ्रेंड छोड़ के चली गई हो तो ऋतिक रोशन के बारे में सोचना शुरू करें। उसको तो बीवी छोड़ के चली गई। शादी नहीं हो रही है तो सलमान खान और राहुल गांधी के बारे में सोचें। शादी करके बीवी से परेशान हों तो शिखर धवन के बारे में सोच सकते हैं। 

हर परिस्थिति में आप पाएंगे कि आपकी वर्तमान समस्या के लिए आप बिलकुल भी जिम्मेदार नहीं हैं बल्कि यह तो एक संयोग है , बाकी दुनिया तो बस ऐसे ही दुखी है।

देखने में कोई खास सुंदर ना हों और इसको लेकर परेशान रह रहे हों तो राखी सावंत के बारे में सोचें कि भारतीय मीडिया राखी और उर्फी जावेद के पीछे ज्यादा पागल है या ऐश्वर्या राय के पीछे। आपको आपकी समस्त दुविधा का हल मिल जायेगा। 

अपनी समस्या भुलाने के लिए दूसरों की समस्या देखने से बेहतर उपाय नहीं है। अपना दर्द भुलाने के लिए दूसरों का दर्द निहारने से उत्तम उपाय आज तक मानवता को ज्ञात नहीं है। इस जंतर को अपना कर देखिए, आपका सारा दर्द, सारी चिंताएं दूर होती नजर आएंगी। 

इति जंतरः ।।