Tuesday, October 4, 2022

दशहरा की छुट्टियां

मुझे दशहरा परिवार के साथ मनाना पसंद है। आखिर हमारा सबसे बड़ा त्योहार है, साल में एक बार मेला देखना और एंजॉय करना तो बनता है। मैं चाहता हूं कि नवरात्रि और दशहरा के बीच पूरे शहर में ट्रैफिक ठीक से काम करे। मेला के दौरान ट्रैफिक जाम मुझे बिल्कुल पसंद नहीं। सारे ट्रैफिक पुलिस वालों को चाहिए कि हमेशा वो मुस्तैद रहें ताकि कहीं जाम ना लगे। मेला।के आस पास गंदगी भी न फैले तो सारे नगर निगम वाले कर्मचारियों को भी पूजा के दौरान ड्यूटी पर लगा रहना चाहिए ताकि कहीं गंदगी ना फैले। और हां, नवरात्र में मैं उपवास और पूजा पर रहता हूं, इसीलिए मैं चाहता हूं कि सुबह सुबह आकर घर के सभी नौकर चाकर आकर मेरे घर की सफाई कर जाएं। मेरे नाश्ते के लिए फल और दूध चाहिए होगा इसीलिए वो दुकान हमेशा खुली रहनी चाहिए। पिछले बार विसर्जन के समय बिजली कट गई थी, मैं बिजली विभाग वालों को फोन लगाता रहा, सब गायब थे। यह कोई तरीका है!! बिजली विभाग वालों को ड्यूटी पर होना चाहिए। मेला देखने के लिए बड़ी भीड़ हो जाती है, और मुझे भीड़ में ड्राइव करना बिल्कुल पसंद नहीं है। यह त्योहार के समय सारे टैक्सी वाले भी पता नहीं कहां गायब हो जाते हैं, बताइए यह कोई तरीका है। उन सारे टैक्सी वालों का लाइसेंस रद्द कर देना चाहिए जो पर्व के समय गायब रहते हैं। मुझे मेला देखने के लिए टैक्सी ,रिक्शा, ऑटो किसी की दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

पता नहीं, मेरे बच्चों के ट्यूशन टीचर को भी इसी समय छुट्टी क्यों चाहिए। भला, बच्चों को होमवर्क कौन करवाएगा, पूजा के तुरंत बाद उनके एग्जाम भी हैं, उसकी तैयारी भी उसी को करवानी थी। अब मुझे साल में एक बार छुट्टी मिलती है, उस समय बैठ कर बच्चों को होमवर्क कौन करवाए। आने दो ट्यूशन टीचर को वापस, जितने दिन गायब रहा है ,उतने दिन के पैसे काटूंगा। मजाक बना रखा है। छुट्टी का बहाना चाहिए इन लोगों को।

और क्या कहूं! बस आराम से छुट्टी बिताना चाहता हूं। क्या इतना भी हक नहीं बनता मेरा। आप सब को भी त्योहारों की बहुत बहुत शुभकामना।। 



No comments: