Monday, October 24, 2022

दिल और दिमाग

 बार सुन चुका हूं कि यहां मैं दिल की सुन रहा हूं, दिमाग की नहीं। या वो दिमाग की सुनता है, दिल की कभी नहीं। चलो मान लिया। फिर यह दिल तो पागल है वाले डायलॉग का क्या मतलब हुआ? पागल तो वो हुआ जिसका दिमाग खराब हो गया हो, मतलब यह दिल के पागल होने का मतलब है दिल का दिमाग खराब हो गया है। इसका सीधा मतलब है कि दिल के पास अपना दिमाग है। और जब दिल से पास अपना दिमाग है तो फिर सोचने का काम दिल अपने वाले दिमाग से ही करता होगा। लब्बोलुआब यह कि दिल की दुहाई देने वाले भी अल्टीमेटली दिमाग से ही काम लेते हैं। दिल से सोचने वाली कोई भी बात बकवास ही है। 

आगे सोचिए तो "हम आपके दिल में रहते हैं" वाली बातें तो और भी डरावनी हैं । आप किसी को आपके दिल में बसा लो तो बेचारा अपना दिमाग बाहर छोड़ कर तो आयेगा नहीं। अपना दिमाग लेकर कोई आपके दिल में रहने लगे तो भारी समस्या है। आपके पास ऑलरेडी दो दिमाग है, एक सर वाला दिमाग और दूसरा दिल वाला दिमाग। सामने वाला इंसान भी अपना दो दिमाग लेकर आपके दिल में आ जाय तो आपका तो पूरा सिस्टम हिल जायेगा। टोटल चार दिमाग आपके शरीर के अंदर । आखिर शरीर सुनेगा किसकी? बाकी एक से ज्यादा चार पांच लोगों को दिल में बसा लेने वाले लोगों की हालत का तो आप बस अंदाजा ही लगा सकते हैं। तीन लोगों को अपने दिल में बसाने वाले लोग एक समय में टोटल आठ दिमाग लेकर चल रहे हैं। वैसे यह संख्या आठ ही हो कोई जरूरी नहीं। यह संख्या आठ से कहीं ज्यादा भी हो सकती है। मान लीजिए जिस इंसान को आपने अपने दिल में बसाया, उसने दिल में पहले से ही चार इंसान और बसते हैं, फिर उसी हिसाब से फी इंसान आपने अंदर दिल की संख्या उसी मुताबिक बढ़ती जाएगी। फिर यह भी हो सकता है कि जिसको आपने दिल में बसाया, वो ऑलरेडी अपना दिल किसी और को दे चुके हैं। फिर आपके अन्दर दिमाग की कुल संख्या उसी हिसाब से कम हो जायेगी। 

कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनकी खोपड़ी खाली होती है, मतलब उनके शरीर में दिल वाला दिमाग तो होता है लेकिन खोपड़ी वाला दिमाग नहीं। ऐसे लोग अगर आपके दिल में बसे हैं तो आपके शरीर में टोटल दिमाग की संख्या थोड़ी कम हो जायेगी। 
इसलिए तो बड़े बूढ़े कह गए हैं कि दिल लेना खेल है दिलदार का। एक दिल ले लेने के बाद जो शरीर में जो दिमाग का दही बनता है उसकी तो कल्पना करना भी मुश्किल है।  

अब जब दिमाग लगा के सोचता हूं तो समझने की कोशिश करता हूं कि जब लोग कहते हैं कि कोई दिमाग ही काम नहीं कर रहा, तो यह कोई साधारण बात नही है। कोई दिमाग कहने का सीधा अर्थ है कि वो अपने अंदर छुपे कई दिमागों के बारे में बात कर रहे हैं। वरना वो सीधे कहते कि मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा। कोई शब्द लगाने का मतलब हुआ कि दिमाग की संख्या एक से ज्यादा है।

अब यह सारी बात सुना कर दिल हल्का सा लग रहा है। यह भी थोड़ा अजीब ही है। इतनी बकवास करके मैंने जो आपका दिमाग खाया है उसके बाद तो शरीर तो भारी महसूस करना चाहिए, हल्का क्यों महसूस कर रहा है? दिमाग लगा के इस प्रश्न का उत्तर ढूंढिए। बाकी कौन सा वाला दिमाग लगाइएगा, यह मैं आपके दिल पर छोड़ता हूं। दिल दिमाग जो लगाना है, लगाइए बस इतना याद रखिए कि जो भी काम करिए दिल से करिए। समझ नहीं आ रहा कि आगे इस टॉपिक पर लिखूं कि नहीं। दिल ही नहीं कर रहा।
चलिए बाय बाय।

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