Thursday, April 16, 2020

फाइल लेकर खडा सफारी सूट वाला बाबू

हमेशा पढ़ा था कि नौकरशाही देश की इमारत का स्टील ढांचा है। इस बात को शायद ही आम जनता महत्व देती हो, लेकिन कोरोना संकट ने इस बात को बहुत अच्छे से महसूस करवाया है। सामान्य दिनों में जनता जिनकी चकाचौंध से प्रभावित होती है, गुण गाती रहती है अभी सभी गौण हो गए हैं। क्रिकेटर हो या बॉलीवुड के सितारे, सब बालकनी से फोटो लेकर और सेल्फी पोस्ट करके खुश हैं। बड़ी बड़ी कंपनियों में काम करने वाले घर पर बैठ कर यह सोच रहे हैं कि मेरा प्रोमोशन का क्या होगा, मेरी हाइक तो गई।अरबपति अपना नुकसान जोड़ रहे हैं तो बाकी बैठ कर यह ज्ञान बांच रहे हैं सरकार ने यह क्यूं नहीं किया वह क्यूं नहीं किया। कुछ तो बस अब तक कितने मरे कितने बीमार पड़े पूछ रहे हैं मानो किसी क्रिकेट मैच का स्कोर पूछ रहे हों। कुछ फेसबुक पर परेशान हैं तो बाकी वॉट्सएप पर फॉरवर्ड मेसेज को रिफॉर्वर्ड कर रहे हैं।


फिर लड़ाई कौन लड़ रहा है? वही नौकरशाही। वही नौकरशाही है जो सबको राशन पहुंचा रही है, यही नौकरशाही है जो भीलवाड़ा मॉडल बना कर पूरे भारत को बचाने की कवायद में लगा है। नेता जी वीडियो कॉन्फ्रेंस करके आदेश फरमा सकते हैं, उसकी तामील नौकरशाही ही करेगी। नेताजी क्या बोलेंगे, क्या करेंगे यह भी उसके पीछे फाइल लेकर खडा सफारी सूट वाला बाबू ही उन्हें बताएगा। वही नौकरशाह। मुनाफा कमाने वाली सारी दुकानें पहली फुरसत में निकल लें, लेकिन नौकर शाह उस जंग को लड़ रहे हैं जहां दुश्मन भी नहीं दिख रहा। वह नौकरशाही भले ही आपको डंडे बरसाती पुलिस के रूप में दिखे, गौर करिए कोई विरोध नहीं कर रहा। नौकरशाही आपको पीट रही है ताकि आप मर ना जाएं।
यह स्टील का ढांचा ही है जिसपर हमारी कोरोना पर जीत की नींव रखी जाएगी। चाहे 130 करोड़ वाले देश में चुनाव करवाना हो या सीमा सुरक्षा हो। देश को जोड़ती रेल चलाने का प्रश्न हो या कानून व्यवस्था बनाए रखने का दुरूह कार्य। आपको नौकरशाही ही काम आएगी। सर्वजन हित का कार्य सार्वजनिक क्षेत्र ही कर सकता है। सीएसआर के नाम पर खानापूर्ति करने वाला निजी क्षेत्र नहीं।
इस युद्ध में लड़ने वाली सरकारी बाबुओं की सेना आपका बस मानसिक सहयोग चाहती है। उनका महत्व समझने के लिए आपका पूर्वाग्रह दूर होना जरूरी है। एक बार घर पर बैठ विचार करिए तो क्या जाने आपके मुख से भी अनायास निकल जाय कि पता नहीं मेले बाबू ने खाना भी खाया होगा कि नहीं।

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