प्रज्ञान का नाम होता ड्यूरासेल प्रज्ञान, आम बैटरी चले धरती तक, ड्यूरासेल बैटरी चले चांद तक। विक्रम रोवर को क्लब महिंद्रा हॉलीडेज स्पॉन्सर करती और कहती कि चलें चांद पर घूम आएं। टेक ऑफ , लैंडिंग सब जगह कहीं बनियान चड्डी दिखती तो कहीं मैकडॉवेल म्यूजिक सीडी। चांद की धरती को भी गोरा बनाने वाली क्रीम के विज्ञापन से पाट दिया जाता। चांद जैसा गोरापन पाने के लिए लगाएं फेयर एंड ग्लो।
टीवी पर मुफ्त में चंद्रयान की लैंडिंग नहीं दिखती और ना ही उसका एड फ्री टेलीकास्ट होता। हॉटस्टार का प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लेने वालों मून लैंडिंग को ही देखने को मिलती और के सीवन का इंटरव्यू कट करके नोरा फतेही का स्पेशल डांस परफॉर्मेंस दिखाया जाता।
कुछ चीज़ें सार्वजनिक ही अच्छी हैं, जहां पर काम करने का कारण मुनाफा कमाने की होड़ की जगह कुछ नया पाना होता है। कुछ चीज़ें सरकारी ही अच्छी हैं।
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